Dr. Kushaldev Shastri
डॉ. कुशलदेव शास्त्री
महाविद्यालय जवालापर), म. . (आगरा विशवविद्यालय), शास्त्री (भारतीय विद्याभवन मुम्बई), पी-च.डी. (अमबेडकर वि. विद्यालय औरंगाबाद) की परीक्षाएं उत्तीरण कीं।
आप नेताजी सुभाषचंद्र बोस महाविद्यालय नांदेड़ में हिंदी विभागाध्यक्ष व प्राध्यापक के पद पर कार्यरत रहे।
शास्त्री जी की स्वामी दयानन्द के जीवन और व्यक्तित्व विषयक गवेषणा में विशेष रूचि थी, जो कि वेदवाणी के दयानन्द विशेषांकों में प्रकाशित उनके लेखों से ज्ञात होती है। जैसे-ऋषि दयानन्द को लिखा गया मराठी पत्र (१९८३), विष्णु शास्त्री की निबंधमाला में ऋषि दयानन्द विषयक संदरभ (अनुवाद), ऋषिदयानन्द के महाराष्ट्रीय सहयोगी, स्वामी दयानन्द और दादा साहब खापरडेा पं. गोपालराव हरि की मराठी पुस्तक ‘पं. स्वामी श्रीमद् दयानन्द सरस्वती’ का हिन्दी अनुवाद किया, जो वेदवाणी के १९८२ के विशेषांक में प्रकाशित हुआ। इसी प्रकार अन्य घटनाओं का आप २० वर्षों से अनुवाद करके विभिन्न पत्रों में प्रकाशित करवाते रहे हैं। आपने बहुत सी अनुसन्धान गोषठियों में भी आलेख पढ़े हैं। जैसे- निजाम रियासत में विभिनन भाषाओं की सथिति, आर्यसमाज और डॉ. भीमराव अम्बेडकर, तथाकथित फलित जयोतिष पक्ष और विपक्ष, वेदों में वायुयान सिद्धान्त व उसके अनुप्रयोग, सत्यार्थप्रकाश और महाराष्ट्र इत्यादि।
गोरक्षा आन्दोलन में आप तीन महीने कारावास में भी रहे। महाराष्ट्र आर्य अप्रतिनिधि सभा के मुखपत्र ‘वैदिक गर्जना’ के संपादक भी रहे।