Dr. Mumukshu Arya Vaanprastha
डॉ. मुमुक्षु आर्य वानप्रस्थ
वर्तमान नाम - डॉ. मुमुक्षु आर्य वानप्रस्थ पूर्व नाम - डॉ. अशोक कुमार बन्सल (डॉ. ए. बी. आर्य) पिता का नाम - स्वर्गीय श्री लक्ष्मण दास बन्सल माता का नाम- श्रीमती विद्यावती गुरु का नाम - महर्षि दयानन्द सरस्वती एवं योगनिष्ठ स्वामी सत्यपति परिब्राजक।
जन्म स्थान - रामपुरा, पंजाब
जन्म तिथि - 13 अप्रैल 1948 शिक्षा - आर्य
हाई स्कूल, रामपुरा पंजाब, एस. एम. हिन्दू हाई स्कूल सोनीपत, एस. डी.
कॉलेज, बरनाला, डी.ए.वी. कॉलिज, जालंधर,
मैडीकल कॉलिज अमृतसर, पंजाब
विश्वविद्यालय, गुरुनानदेव विश्वविद्यालय,
आर्ष गुरुकुल होशंगाबाद, दर्शनयोग महाविद्यालय रोजड़, गुजरात।
योग्यता - एम.बी.बी.एस., एम.डी., एम.आर.सी.पी., पी.सी.एम.एस. । वेद, उपनिषद, दर्शन सत्यार्थप्रकाश आदि आर्ष ग्रन्थों का स्वाध्याय । वैदिक प्रवक्ता व प्रचारक के रूप में स्कूल, कॉलिजों, समाजों व सभाओं आदि में प्रवचन एवं नि:शुल्क साहित्य वितरण । हृदय रोग विशेषज्ञ के रूप में नि:शुल्क चिकित्सा-परामर्श।।
कार्यभार - अध्यक्ष - वेद संस्थान नोएडा,
पूर्वाध्यक्ष - आर्य समाज नोएडा, आर्ष गुरुकुल नोएडा, वानप्रस्थ आश्रम नोएडा, आर्य युवक सभा अमृतसर,
उपाध्यक्ष - आनन्दपथ जनसेवा ट्रस्ट मेरठ, ऋषि सिद्धान्त रक्षिणी सभा दिल्ली,
मन्त्री - आर्य समाज अमृतसर,
रजिस्ट्रार - सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली । अखिल भारतीय श्रद्धानन्द दलितोद्धार सभा दिल्ली,
सम्पादक- ऋषि सिद्धान्त मासिक, क्रान्त्युदय पत्रिका, संरक्षक आर्य सेवक मासिक नागपुर, संयोजक सार्वदेशिक विद्या आर्य सभा, दिल्ली । पजांब, दिल्ली, उत्तरप्रदेश के कई सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में मैडीकल ऑफिसर व विभागाध्यक्ष के रूप में सेवा कार्य ।।
संस्थापक- आर्ष गुरुकुल नोएडा, वानप्रस्थाश्रम नोएडा, गौशाला, पुस्तकालय, महर्षि दयानन्द स्मृति पुरस्कार, पं. गुरुदत्त विद्यार्थी स्मृति पुरस्कार, पं. रामप्रसाद विस्मिल स्मृति पुरस्कार, चन्द्रशेखर आजाद स्मृति पुरस्कार, पं. राम प्रसाद विस्मिल सभागार, साधना केन्द्र, वेद संस्थान नोएडा।।
वानप्रस्थ दीक्षा- 28 फरवरी 1999, स्थान - वानप्रस्थाश्रम नोएडा, स्वामी सत्यपति परिव्राजक जी द्वारा दीक्षित, उन्हीं के सान्निध्य में रह कर योग प्रशिक्षण, सघन साधना एवं शेष जीवन साधना, स्वाध्याय व सेवा का संकल्प। |
लेखन/सम्पादन - गागर में सागर (भूलोक की कहानियाँ) विद्या-अविद्या मुक्ति वैदिक प्रश्नोत्तरी | प्रकाश की ओर । पत्र-पत्रिकाओं में वेदादि शास्त्रों पर आधारित लेख।
सेवा प्रकल्प - योग शिविर, चिकित्सा शिविर, रक्त दान शिविर, निःशुल्क साहित्य वितरण, वैदिक प्रवचन, संस्कार, अनाथों, विधवाओं एवं असहाय रोगियों आदि को आर्थिक सहयोग, गुरुकुल विद्यार्थियों को छात्रवृत्तियाँ, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सत्यार्थप्रकाश प्रतियोगिताओं का आयोजन, यज्ञ, योग एवं वेद व का प्रचार-प्रसार ।