Krishnadutta Paliwal
कृष्णदत्त पालीवाल
मुख्य कृतियाँ
जग जानी; सर्वेश्वर दयाल सक्सेना; हिन्दी आलोचना के नये वैचारिक सरोकार, गिरिजा कुमार माथुर; जापान में कुछ दिन; डॉ. अम्बेडकर: समाज व्यवस्था और दलित साहित्य; उत्तर-आधुनिकतावाद की ओर; अज्ञेय होने का अर्थ; उत्तर-आधुनिकतावाद और दलित साहित्य; नवजागरण और महादेवी वर्मा का रचनाकर्म; स्त्री-विमर्श के स्वर; अज्ञेय: कवि कर्म का संकट; निर्मल वर्मा
सम्मान
अतिविशिष्ट सम्मान, सुब्रह्मण्यम भारती सम्मान, साहित्यकार सम्मान, दिल्ली हिंदी साहित्य सम्मेलन सम्मान, तोक्यो विदेशी अध्ययन वि.वि. जापान द्वारा प्रशस्ति पत्र, विश्व हिंदी सम्मान, आठवें विश्व हिंदी सम्मेलन न्यूयार्क, अमेरिका में सम्मानित