'अन्तरज्वाला' प्रकाशित कर दी है – इस आशा से कि इस ज्वाला का प्रकाश पथ-प्रदर्शक काम दे! इसके अलोक में हम अपनी वास्तविक स्थिति समझें तथा केवल उसी मार्ग को अपनाएं जो हमारे राष्ट्र की सत्ता और मर्यादा को कायम रखते हुए, हमें ध्येय तक पहुँचाने में पूर्ण सयाहक हो!
इस 'ज्वाला' का प्रकाश घर-घर पहुँचाना चाहिए! इस 'ज्वाला' की चिन्ग्गारियां हिन्दू-हृदयों में राष्ट्र भावना के ऐसे शोले भड़का दें कि राष्ट्र का बच्चा-बच्चा मूर्तिमान ज्वाला बन जाए और स्वतंत्रता के धधकते महान यज्ञ में आहुति बनने को तत्पर रहें!!