०१. यह पुस्तक क्यों
०२. एक मैक्समूलर की खोज क्यों?
०३. यूरोप में संस्कृत साहित्य में रुचि क्यों?
०४. मैक्समूलर द्वारा ही वेद भाष्य क्यों?
०५. क्या मैक्समूलर वेद भाष्य करने योग्य था?
०६. मैक्समूलर के वेद भाष्य पर मैकॉले का प्रभाव
०७. मैक्समूलर द्वारा वेदों का विकृतीकरण क्यों?
०८. मैक्समूलर द्वारा वेदों का विकृतीकरण कैसे?
०९. मैक्समूलर ने वेदों में क्या विकृत किया
१०. मैक्समूलर एक ईसाई धर्म प्रचारक
११. मैक्समूलर का असली चेहरा
१२. संदर्भ ग्रंथ
१३-निवेदन